मसूरी। नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने नगर पालिका में व्याप्त भ्र्रष्टाचार व अनियमितता पर प्रदेश शासन के नगर विकास विभाग की जांच पर कहा कि यह राजनीति से प्रेरित है, उन्होंने कहा कि नगर पालिका में किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार नहीं किया गया व जो भी कार्य किए गये वह नियमों व प्रदेश शासन की अनुमति के बाद किए गये।
इस संबंध में पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि पालिका ने जनहित में किए गये ऐतिहासिक कार्यों से बौखलाकर व द्वेष भावना से जांच की जा रही है जो कि निराधार है क्यो कि उनसे इस संबध में कोई सवाल नहीं पूछा गया एक तरफा जांच की गई व शासन को भेजा गया। उन्होंने कहा कि नोटिस आने पर जवाब दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि कंपनी बाग को एक लाख से 67 लाख किया गया जिससे राजस्व का लाभ हुआ। इस पर शासन को सही तरीके से जांच करनी चाहिए व पालिका जांच के लिए तैयार है व जब नोटिस आयेगा तो उसका पूरा जवाब दिया जायेगा। केवल मेरी छवि धूमिल करने के लिए इस तरह की कार्रवाई की जा रही है। नोटिस का तथ्यों के आधार पर जवाब दिया जायेगा अगर इस संबंध में दबाव बनाया गया तो उन्हें न्यायालय की शरण में जाने को मजबूर होना पड़ेगा। जो भी टेंडर किए गये नियमानुसार किए गये, बोर्ड व अध्यक्ष को कोई लेना देना नहीं है सभी तथ्य हमारे पास है जिनकी अनुमति शासन ने ली गई है। जो भी निर्णय लिया गया वह बोर्ड ने लिए जिसमें शासन की परमिशन है। उन्होंने कहा कि नगर विकास विभाग के अधिनियम में साफ है कि किसी भी टेंडर में बोर्ड व अध्यक्ष को कोई हस्तक्षेप नहीं है, इसके लिए 2017 की अधिप्राप्ति नियमावली में स्पष्ठ लिखा है इसके लिए शासन ने एक कमेठी भी बनाई है जिसमें टेªजरी व लोक निर्माण विभाग के अधिकारी शामिल होते हैं। उन्होंने कहा कि जो फाइले यहां से ले जा रहे है उनकी जांच की जा रही है, यह एक तरफा कार्रवाई है, यह निर्दलीय जन प्रतिनिधि को परेशान करने के लिए किया जा रहा है अगर अधिक दबाव बनाया गया तो वह उच्च न्यायालय की शरण में जाने को मजबूर होंगे।
पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने शासन की जांच को एक तरफा बताया, दबाव बनाया तो न्यायालय जायेंगे।
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