हेंपटन कोर्ट स्कूल में हैरिटेज क्लब बनाने हेतु शिक्षकों की दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित किया।
मसूरी। हेंपटन कोर्ट स्कूल में इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चर हैरिटेज के तत्वाधान में स्कूलों में हैरिटेज क्लबों की स्थापना के लिए विभिन्न हिदी व अंग्रेजी माध्यमों के स्कूलों के शिक्षक शिक्षिकाओं के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें भारतीय धरोहर को संरक्षित करने के बारे में विस्तार से बताया गया।
इस मौके पर दिल्ली से आई इंटेक में विरासत शिक्षा की प्रमुख निदेशक पूर्णिमा दास ने बताया कि इनटेक पूरे देश के स्कूलों में हैरिटेज क्लब बनाने का कार्य कर रही है ताकि बच्चों में अपनी विरासत को संजोकर रखने व उसके बारे में जानने की जिज्ञासा बनी रहे। इसके साथ ही स्थानीय स्तर की विरासत को संजोने का प्रसास किया जायेगा। उन्होंने बताया कि देशभर में चार हजार के करीब हैरिटेज क्लब है व इंटेक के 220 चेप्टर है। इसी कड़ी में मसूरी आये व यहां पर विरासत के संरक्षण के लिए हैरिटेज क्लब बनायेंगे। मसूरी में इस कार्य का दायित्व को आर्डिनेटर सुरभि अग्रवाल के सहयोग से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है, इनटेक हर प्रकार के हैरिटेज को संरक्षित करने का प्रयास करता है चाहे वह भवन, सांस्कृतिक विरासत हो या प्राकृतिक विरासत हो उसको संरक्षित करने का प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए भारत सरकार संस्कृति मंत्रालय से अनुदान मिला है जिसके सहयोग से यह कार्य किया जा रहा है। इस मोके पर उत्तराखंड चेप्टर की को आर्डिनेटर अंजलि भर्तरी ने बताया कि मसूरी में पहली बार हैरिटेज क्लब बनाने के लिए शिक्षकों की कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इसके बाद देहरादून, नैनीताल सहित पूरे उत्तराख्ंाड के सभी 13 जिलों के एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन करेंगे ताकि यहां के बच्चे अपनी धरोहर के संरक्षण के बारे में जागरूक हो सकें। उन्होेने कहा कि धरोहर में सभी प्रकार की धरोहर शामिल है केवल भवन नहीं बल्कि सांस्कृतिक विरासत सहित अन्य भी है, इस कार्यशाला में शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के बाद वह अपने विद्यालयों में हैरिटेज क्लब बनायेगे। इसके लिए हमें अपनी धरोहर को समझना होगा जो पुरानी धरोहर है उसे बचाने का प्रयास करें व उसके साथ ही तकनीकि का प्रयोग कर विकास भी करें व आगे बढे। बाहर के देशों में अपनी धरोहर को बचाने का प्रयास व संरक्षण किया जाता है। इस मौके पर मसूरी की को आर्डिनेटर सुरभि अग्रवाल ने बताया कि इस कार्यशाला में मसूरी के हिंदी व अंग्रेजी के आठ स्कूलों के शिक्षक प्रतिभाग कर रहे हैं जिसमें सनातन धर्म गर्ल्स इंटर कालेज, आरएन भार्गव इंटर कालेज, ओक्रग्रोव, हैपंटन कोर्ट, वुडस्टाक स्कूल, मसूरी पब्लिक स्कूल, हैब्रोन स्कूल महात्मा योगेश्वर सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल के 12 शिक्षक शामिल हैं। उन्होंने बताया कि कार्यशाला का पहला सत्र काफी रोचक रहा व सभी ने बड़े उत्साह से इसमें प्रतिभाग लिया। प्रयास है कि अपनी धरोहर को संरक्षित किस तरह से किया जाय। स्कूलों में सभी प्रकार का मटीरियल निशुल्क उपलब्ध कराया गया है जिसके तत्काल बाद हैरिटेज क्लबों का गठन कर दिया जायेगा।