दीपावली को बाद बड़ी संख्या में पर्यटकों के आने से व्यवसायियों के चेहरे खिले।
मसूरी। दीपावली के बाद अचानक पर्यटकों का रूख मसूरी की ओर होने से पर्यटन से जुड़े व्यवसायियों के चेहरे खिल गये। वहीं मालरोड पर्यटकों की चहलकदमी बढ गयी व आसपास के सभी पर्यटक स्थल पर्यटकों से गुलजार हो गये।
मालूम हो कि दीपावली के दौरान पर्यटकों की आवाजाही बहुत कम नाम मात्र की रहती है। क्योंकि सभी घरों में पर्व को मनाते हैं, लेकिन इस बार बड़ी दीपावली समाप्त होते ही बड़ी संख्या में पर्यटकों ने मसूरी का रूख किया जिसका किसी को अंदाजा भी नहीं था पुलिस व प्रशासन भी इसको लेकर तैयार नहीं था जिस कारण मालरोड सहित अन्य मार्गों लाइब्रेरी किंक्रेग मार्ग, लंढौर छावनी मलिंगार मार्ग, कैंपटी मार्ग, मोती लाल नेहरू मार्ग आदि पर जाम लगने से पर्यटकों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। अधिकतर होटल पैक हो गये व बाजारों में भीड़ बढ गयी जिस कारण व्यवसायियों के चेहरे खिल गये। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि दीपावली के अगले दिन 70 प्रतिशत तक होटल पैक रहे जबकि अगले दिन पचास प्रतिशत होटल बुक रहे। इससे मसूरी के व्यवसाय को लाभ हुआ है व व्यवसायियों के चेहरे खिल गये हैं। इसी तरह पर्यटन व्यवसाय से जुडे टैक्सी, रिक्शा व बाजार के व्यवसायियों को भी इसका लाभ मिल रहा है। मसूरी टेªडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि यह मसूरी के लिए शुभ संकेत है कि दीपावली के बाद अचानक पर्यटकों का रूख मसूरी की ओर हुआ है। इससे व्यवसायियों को लाभ हुआ है। मालूम हो कि दीपावली में पटाखों के कारण दिल्ली व आस पास के क्षेत्र एनसीआर, हरियाणा, पंजाब आदि में वायु प्रदूषण अत्यधिक हो गया है व लोग इस जहरीली हवा से बचने के लिए मसूरी आ रहे हैं ताकि एक दिन भी मसूरी में रहेंगे तो शुद्ध हवा का लाभ ले सकेंगे। दिल्ली से आये पर्यटक हर्षित कुमार ने कहाकि दीपावली पर दिल्ली व एनसीआर का पर्यावरण बहुत ही जहरीला हो गया है लोगों को सांस लेना भी कठिन हो गया है जिससे बीमारी का खतरा बढ गया है चारों ओर धुंध छायी हैै जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। ऐसे में वह परिवार के साथ मसूरी की वादियों व यहां के खुशगवार मौसम के साथ स्वच्छ वातावारण व हवा का आनंद लेने आये हैं ताकि इसका लाभ लिया जा सके।